Lyrics

जब ग़म-ए-इश्क़ सताता है तो हँस लेता हूँ जब ग़म-ए-इश्क़ सताता है तो हँस लेता हूँ हादसा याद ये आता है तो हँस लेता हूँ जज़्बा-ए-इश्क़ के अंजाम पे इस दुनिया में जज़्बा-ए-इश्क़ के अंजाम पे इस दुनिया में जब कोई अश्क बहाता है तो हँस लेता हूँ हादसा याद ये आता है तो हँस लेता हूँ मेरी उजड़ी हुई दुनिया में तमन्ना का चराग़ मेरी उजड़ी हुई दुनिया में तमन्ना का चराग़ जब कोई आके जलाता है तो हँस लेता हूँ कोई दावा नहीं, फ़रियाद नहीं, तंग नहीं कोई दावा नहीं, फ़रियाद नहीं, तंग नहीं रहम जब अपने पे आता है तो हँस लेता हूँ रहम जब अपने पे आता है तो हँस लेता हूँ जब ग़म-ए-इश्क़ सताता है तो हँस लेता हूँ
Writer(s): Jaidev Verma, Nyaya Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com
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