Credits

AUSFÜHRENDE KÜNSTLER:INNEN
Geeta Dutt
Geeta Dutt
Leadgesang
Mohammed Rafi
Mohammed Rafi
Leadgesang
O. P. Nayyar
O. P. Nayyar
Künstler:in
Majrooh Sultanpuri, Jan Nisar Akhtar
Majrooh Sultanpuri, Jan Nisar Akhtar
Künstler:in
KOMPOSITION UND LIEDTEXT
Geeta Dutt
Geeta Dutt
Songwriter:in
O. P. Nayyar
O. P. Nayyar
Komponist:in
Jaan Nisar Akhtar
Jaan Nisar Akhtar
Songwriter:in
PRODUKTION UND TECHNIK
Mystic Media and More LLP
Mystic Media and More LLP
Produzent:in

Songteksten

आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में...
गाते हो गीत क्यूँ? दिल पे क्यूँ हाथ है?
खोए हो किस लिए? ऐसी क्या बात है?
ये हाल कब से तुम्हारा हो गया?
हा, आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में...
चलते हो झूम के, बदली है चाल भी
नैनों में रंग हैं, बिखरे हैं बाल भी
किस दिलरुबा का नज़ारा हो गया?
हा, आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में...
अब ना वो ज़ोर है, अब ना वो शोर है
हमको है सब पता, दिल में जो चोर है
ये चोर कैसे गँवारा हो गया?
हा, आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में...
कैसा ये प्यार है? कैसा ये नाज़ है?
हम भी तो कुछ सुनें, हम से क्या राज़ है?
अच्छा, तो ये दिल हमारा हो गया?
हा, आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में इशारा हो गया
बैठे-बैठे जीने का सहारा हो गया
आँखों ही आँखों में...
Written by: Jaan Nisar Akhtar, O. P. Nayyar
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